गर्भावस्था के 15 शुरुआती लक्षण | Early Pregnancy Symptoms in Hindi

गर्भावस्था के शुरुआती लक्षणों का पता लगाना (Early Pregnancy Symptoms in Hindi) बहुत ही आसान है। प्रेगनेंसी की जांच के लिए दवा की दुकान पर कई प्राथमिक परीक्षण उपलब्ध हैं, जिनकी मदद से आप पता लगा सकती हैं कि आप गर्भवती हैं या नहीं। 

जब आप प्रेग्नेंट होती हैं तो ऐसे कई लक्षण होते हैं जिनके जरिए आप बहुत आसानी से प्रेग्नेंसी का पता लगा सकती हैं, उन्हीं में से एक है आपका पीरियड मिस होना। 

वैसे तो प्रेग्नेंसी के लक्षण हर महिला में देखे जाते हैं, लेकिन प्रेग्नेंसी के शुरूआती लक्षण (Early Pregnancy Symptoms in Hindi) हर महिला में एक जैसे ही होते हैं।

अगर आप भी प्रेग्नेंसी के शुरुआती लक्षणों (Early Pregnancy Symptoms in Hindi) के बारे में जानना चाहती हैं तो इस आर्टिकल को शुरू से अंत तक जरूर पढ़ें। इस लेख में हमने प्रारंभिक गर्भावस्था के लक्षणों से जुड़ी 15 महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है।

गर्भावस्था के 15 शुरुआती लक्षण | 15 Early Pregnancy Symptoms in Hindi

जब आपको गर्व होता है तो आप इसके कुछ लक्षण देखते हैं। गर्भावस्था परीक्षण करने से पहले आप इन लक्षणों को महसूस कर सकती हैं। प्रेग्नेंसी के 15 शुरुआती लक्षण (15 Early Pregnancy Symptoms in Hindi) निम्नलिखित हैं जिनसे आप जान सकती हैं कि आप गर्भवती हैं।

प्रेगनेंसी के शुरूआती लक्षणों में शामिल हैं:

  1. पीरियड मिस होना
  2. कमर में दर्द महसूस होना
  3. स्तन में परिवर्तन
  4. कब्ज का अनुभव
  5. सिरदर्द और सिर भारी होना
  6. हल्के रक्तस्राव
  7. वजन बढ़ना
  8. गर्भावस्था से प्रेरित उच्च रक्तचाप
  9. हर्टबर्न का अनुभव
  10. दस्त होना
  11. एनीमिया की बीमारी
  12. मॉर्निंग सिकनेस
  13. अवसाद से ग्रस्त होना
  14. मुँहासे होना
  15. उल्टी आना

पीरियड मिस होना (Missed Period)

पीरियड्स का मिस होना प्रेग्नेंसी के शुरुआती लक्षणों में से एक है। यह शायद गर्भवती होने का सबसे पुराना और पक्का लक्षण माना जाता है। हालांकि, पीरियड मिस होने का मतलब यह नहीं है कि आप गर्भवती हैं, खासकर यदि आपका मासिक चक्र अनियमित है।

गर्भावस्था के अलावा कई अन्य स्वास्थ्य स्थितियां होती हैं जो पीरियड्स देर से या पीरियड्स मिस की कारण बन सकती हैं। इसके बारे में पूरी जानकारी के लिए आप डॉक्टर की मदद ले सकते हैं।

कमर में दर्द महसूस होना (Hip Pain)

गर्भावस्था के दौरान कमर का दर्द एक आम बात है और अगर आप देर से गर्ववती होती हैं तो यह दर्द और भी ज्यादा बढ़ सकती है। हालांकि, कमर दर्द केवल गर्भावस्था में हो यह जरूरी नहीं है। कमर दर्द के कई और भी कारण से हो सकता है जिसकी जांच करनी जरूरी है। 

कमर दर्द के निम्नलिखित कारणों से भी हो सकती है, जैसे

  • आपके लिगामेंट्स पर दबाव पड़ना
  • साइटिका का दर्द
  • भारी गर्भाशय के कारण

स्तन में परिवर्तन (Breast Changes)

स्तन परिवर्तन गर्भावस्था के पहले ध्यान देने योग्य लक्षणों में से एक है। आपके किसी भी गर्भावस्था परीक्षण से पहले ही आपके स्तन कोमल और सूजे हुए महसूस हो सकते हैं। इसके अलावा, आपके स्तन भारी या भरे हुए भी महसूस हो सकते हैं। इसके लिए आपको घबराने की जरूरत नहीं है और यह गर्भावस्था के लक्षणों में से एक है।

कब्ज का अनुभव (Constipation)

प्रारंभिक गर्भावस्था के दौरान आपके हार्मोन में कई बदलाव होते हैं। ये बदलाव आपके पाचन तंत्र को धीमा कर सकते हैं। जब पाचन तंत्र धीमा होता है, तो आपको कब्ज होने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में आपको अपनी डाइट पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। आपको हरी पत्तियों और फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन बढ़ाने की जरूरत होती है।

सिरदर्द और सिर का भारीपन (Headache)

प्रारंभिक गर्भावस्था में सिरदर्द होना एक आम बात है। ये आमतौर पर आपके हार्मोन के स्तर में बदलाव और रक्त की मात्रा में वृद्धि के कारण भी होते हैं। 

सिरदर्द को कम करने के लिए कई एलोपैथिक दवाएं हैं, जिससे आप सिरदर्द को दूर कर सकते हैं। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि किसी भी दवा का इस्तेमाल करने से पहले आपको अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए।

हल्के रक्तस्राव का अनुभव (Mild Bleeding)

कुछ महिलाओं को प्रारंभिक गर्भावस्था में हल्का रक्तस्राव और स्पॉटिंग का अनुभव हो सकता है। हालांकि, गर्भावस्था में रक्तस्राव को आमतौर पर खतरे की घंटी माना जाता है, लेकिन गर्भावस्था की शुरुआत में रक्तस्राव होना एक सामन्य लक्षण है।

गर्भावस्था के दौरान, फर्टाइल ऐग यूट्रस की वॉल से चिपक जाता है, जिससे योनि से कुछ रक्त निकल सकता है। इस स्थिति को implantation bleeding कहा जाता है। इसके लिए आपको घबराने की जरूरत नहीं है और अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

वजन बढ़ना (Weight Gain)

आप गर्भावस्था के दौरान अपने वजन में कुछ बृद्धि देख सकते हैं।समय के साथ कुछ महीनों में आपका वजन लगभग 1 से 4 पाउंड तक बढ़ सकता है और यह काफी सामान्य बात है। सामान्य तौर पर, दूसरी तिमाही की शुरुआत में आपका वजन में अधिक बृद्धि हो सकती है।

गर्भावस्था प्रेरित उच्च रक्तचाप (Pregnancy Induced Hypertension)

कभी-कभी गर्भावस्था के दौरान उच्च रक्तचाप विकसित हो सकता है। ज्यादातर महिलाओं को प्रेग्नेंसी के दौरान हाई ब्लड प्रेशर होने की शिकायत होती है।

इसके लिए कई कारक जिम्मेदार होते हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • अधिक वजन या मोटापा होना
  • धूम्रपान
  • गर्भावस्था से प्रेरित उच्च रक्तचाप का पूर्व इतिहास या पारिवारिक इतिहास होना

हर्टबर्न का अनुभव (Heartburn)

प्रारंभिक गर्भावस्था के दौरान हार्मोन परिवर्तन सामान्य बात है। गर्भावस्था के दौरान जारी होने वाले हार्मोन कभी-कभी आपके पेट और आपके अन्नप्रणाली के बीच स्थानांतरित हो सकते हैं। जिससे पेट का एसिड बाहर आ जाता है और परिणामस्वरूप हार्टबर्न का खतरा अधिक होता है।

दस्त होना (Diarrhea)

गर्भावस्था के दौरान दस्त और अन्य पाचन संबंधी कठिनाइयाँ अक्सर होती हैं। हार्मोन में बदलाव, एक अलग आहार, और अधिक तनाव दस्त के मुख्य कारण हो सकते हैं। यदि आपका दस्त कुछ दिनों से अधिक समय तक रहता है, तो आप निर्जलीकरण भी हो सकते हैं, जो गर्भवती महिलाओं के लिए अच्छा संकेत नहीं है। ऐसे में तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

एनीमिया की बीमारी (Anemia)

गर्भवती महिलाओं को एनीमिया होने का खतरा अधिक होता है। एनीमिया रोग के कारण चक्कर आना और सिर दर्द जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं।

एनीमिया होना महिलाओं और उनके अजन्मे बच्चों के लिए बहुत हानिकारक हो सकता है। यदि यह स्थिति बनी रहती है, तो शिशुओं का समय से पहले जन्म लेना और जन्म के समय कम वजन होना जैसी स्थिति पैदा हो सकती है। इसलिए प्रसवपूर्व देखभाल में आमतौर पर एनीमिया की जांच की जाती है।

मॉर्निंग सिकनेस (Morning Sickness)

मॉर्निंग सिकनेस एक ऐसी परेशानी है जो प्रेग्नेंट महिला को सुबह सोकर उठने पर होती है। इसकी वजह से गर्ववती महिलाओं को उल्टी, तेज़ सिरदर्द और चक्कर आने जैसी तकलीफ का सामना करना पड़ता है। 

मॉर्निंग सिकनेस गर्भवती होने की पहला संकेत होता है और प्रारंभिक गर्भावस्था के दौरान बढ़े हुए हार्मोन इसके लिए जिम्मेदार होते है।

मतली, थकान और उल्टी का अनुभव मॉर्निंग सिकनेस के सामान्य लक्षण हैं और यह सभी लक्षण प्रेगनेंसी के पहले 4 महीने में दिखाई देती हैं।

अवसाद से ग्रस्त होना (Depression)

एक सर्वे के मुताबिक करीब 14 से 23 फीसदी गर्भवती महिलाएं गर्भावस्था के दौरान डिप्रेशन से पीड़ित होती हैं। इसका मुख्य कारण गर्भावस्था के दौरान जैविक और भावनात्मक बदलाव हो सकते हैं।

अनिद्रा (Insomnia)

इंसोमनिया जिसे अनिद्रा भी कहते हैं, प्रारंभिक गर्भावस्था का एक और सामान्य लक्षण है। गर्भावस्था के दौरान नींद न आने के मुख्य कारण तनाव, शारीरिक परेशानी और हार्मोनल बदलाव हो सकते हैं।

अनिद्रा से छुटकारा पाने और अच्छी नींद लेने के लिए आप संतुलित आहार, अच्छी नींद की आदतें और योगासन की आदत डाल सकते हैं।

मुँहासे होना (Acne)

एंड्रोजन हार्मोन में वृद्धि के कारण, कई महिलाओं को प्रारंभिक गर्भावस्था में मुँहासे की परेशानी होती है। ये हार्मोन आपकी त्वचा को तैलीय बना सकते हैं, जिससे रोम छिद्र बंद हो जाते हैं और आपको मुंहासे होती हैं।

गर्भावस्था में मुंहासे आमतौर पर अस्थायी होते हैं और बच्चे के जन्म के बाद अपने आप दूर हो जाते हैं।

अंतिम विचार (Final Thoughts)

गर्भावस्था के शुरुआती लक्षण (Early Pregnancy Symptoms in Hindi) से आप गर्ववती होने का सही पता लगा सकती हैं।

अगर आपको लगता है कि आप गर्भवती हैं, तो आपको इसकी पुष्टि के लिए इन संकेतों और लक्षणों पर नजर रख सकती हैं। गर्वावस्था की पूरी पुष्टि करने के लिए आप होम प्रेगनेंसी टेस्ट या लैब टेस्टिंग के माध्यम से यह सुनिश्चित कर सकती हैं।

इनमें से कई लक्षण ऐसे भी हैं जो अन्य स्वास्थ्य स्थितियों के कारण भी हो सकती है, जिसकी सही जांच करना बहुत आवश्यक होता है।

References

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  • Lutterodt, M. C., Kähler, P., Kragstrup, J., Nicolaisdottir, D. R., Siersma, V., & Ertmann, R. K. (2019). Examining to what extent pregnancy-related physical symptoms worry women in the first trimester of pregnancy: a cross-sectional study in general practice. BJGP open, 3(4), bjgpopen19X101674. Advance online publication. https://doi.org/10.3399/bjgpopen19X101674

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